Getting My hanuman chalisa To Work

The festive day is observed with devotees accumulating at Hanuman temples ahead of sunrise, and day very long spiritual recitations and story studying regarding the victory of good above evil.[eight]

kumatiKumatiIgnorance / undesirable intellect nivāra NivāraPurify / cleanse sumatiSumatiWise / excellent intelligence keKeOf sangīSangīCompanion / friend Indicating: Oh fantastic hero with valiant entire body as sturdy as Indra’s Vajra (Thunderbolt/weapon), the remover of terrible intellect or ignorance or evil feelings, oh the companion of The nice.

जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥१९॥ दुर्गम काज जगत के जेते ।

बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि॥

व्याख्या – सामान्यतः जब किसी से कोई कार्य सिद्ध करना हो तो उसके सुपरिचित, इष्ट अथवा पूज्य का नाम लेकर उससे मिलने पर कार्य की सिद्धि होने में देर नहीं लगती। अतः यहाँ श्री हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिये भगवान श्री राम, माता अंजनी तथा पिता पवनदेव का नाम लिया गया।

सुमिर चित्रगुप्त ईश को, सतत नवाऊ शीश। ब्रह्मा विष्णु महेश सह, रिनिहा भए जगदीश॥

श्री हनुमान जी की महिमा अनिर्वचनीय है। अतः वाणी के द्वारा उसका वर्णन करना सम्भव नहीं।

The authorship in the Hanuman Chalisa is attributed to Tulsidas, a poet-saint who lived from the sixteenth century CE.[ten] He mentions his name in the last verse on the hymn. It is alleged within the 39th verse on the Hanuman Chalisa that whoever chants it with comprehensive devotion to Hanuman, may have Hanuman's grace.

व्याख्या – श्री हनुमान चालीसा के पाठ की फलश्रुति इस तथा अगली चौपाई में बतलायी गयी है। संसार में किसी प्रकार के बन्धन से मुक्त होने के लिये प्रतिदिन सौ पाठ तथा दशांशरूप में ग्यारह पाठ, इस प्रकार एक सौ ग्यारह पाठ करना चाहिये। इससे व्यक्ति राघवेन्द्र प्रभु के सामीप्य का लाभ उठाकर अनन्त सुख प्राप्त करता है।

भावार्थ – माता जानकी ने आपको वरदान दिया है कि आप आठों प्रकार की सिद्धियाँ (अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, वशित्व) और नवों प्रकार की निधियाँ (पद्म, महापद्म, शंख, मकर, कच्छप, read more मुकुन्द, कुन्द, नील, खर्व) प्रदान करने में समर्थ होंगे।

When you've got a lot more time then You may as well chant Hanuman Chalisa 108 periods, which is explained to convey fast success, if carried out faithfully and with purity with the thoughts.

भावार्थ – आपने अत्यन्त विशाल और भयानक रूप धारण करके राक्षसों का संहार किया और विविध प्रकार से भगवान् श्री रामचन्द्रजीं के कार्यों को पूरा किया।

विदेशी गायक श्री कृष्णा दास की आवाज मे हनुमान चालीसा

छूटहि बन्दि महा सुख होई ॥३८॥ जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।

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